चौबीस जून की शाम को हिंदी अकादेमी दिल्ली की ओर से कोशकार श्री अरविंद कुमार को सन 2010-2011 का शलाका सम्मान दिए जाने के शुभ अवसर पर उन की चिरप्रतीक्षित …
fachcha.com: ‘Shalaka Samman’ to Arvind Kumar
By FNS Veteran journalist, author of ‘Samanantar Kosh: Hindi Thesaurus’ Arvind Kumar will be awarded ‘Shalaka Samman’ the highest honour of Delhi state in the field of Hindi literature. Arvind …
CVBNEWS: HINDI ACADEMY CONFERS AWARDS ON AUTHORS
Hindi Academy confers awards to Hindi litterateur Arvind Kumar and seven other authors. Kumar received Shalaka Samman, while others who received awards includes Parmanand Srivastava, Ramanika Gupta, Devendra Raj Ankur, …
Arvind Kumar gets Hindi Academy Shalaka Samman
http://www.dailypioneer.com/348310/Arvind-Kumar-gets-Hindi-Academy-Shalaka-Samman.html June 25, 2011 12:27:19 AM Staff Reporter | New Delhi An eminent Hindi litterateur Arvind Kumar was on Friday presented the Hindi Academy Shalaka Samman by a well-known poet …
अरविंद कुमार को मिला शलाका सम्मान
Source: bhaskar news | Last Updated 02:28 (25/06/11) नई दिल्ली.सचिवालय में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रख्यात साहित्यकार डॉ. सीताकांत महापात्र ने शुक्रवार को हिन्दी अकादमी के शलाका सम्मान से अरविंद …
अरविंद लैक्सिकन संबंधी अत्यावश्क जानकारी
प्रिय मित्रो आप सब को यह सूचित करते हुए मुझे बेहद ख़ुशी हो रही है कि हिंदी अकादेमी की ओर से मुझे शलाका सम्मान की प्राप्ति के अवसर पर …
अरविंद कुमार को शलाका सम्मान: PTI
पीटीआई-भाषा संवाददाता 20:41 HRS IST नयी दिल्ली, 16 जून :भाषा: हिन्दी अकादमी, दिल्ली ने वर्ष 2010-11 के कुल आठ सम्मानों की घोषणा कर दी। इस वर्ष समांतर कोश …
शब्दशक्ति के साधक शलाका पुरुष अरविंद कुमार
Figure 1 अरविंद कुमार “शब्द मनुष्य की सब से बड़ी उपलब्धि हैँ, प्रगति के साधन और ज्ञान विज्ञान के भंडार हैँ, शब्दोँ की शक्ति अनंत है.” यह कहना …
अरविंद कुमार हिंदी अकादमी श्लाका सम्मान से सम्मानित
बाल श्रमिक से शब्दाचार्य तक की यात्रा : हम नींव के पत्थर हैं तराशे नहीं जाते। सचमुच अरविंद कुमार नाम की धूम हिंदी जगत में उस तरह नहीं है जिस …
एक सार्थक और प्रेरक ज़िंदगी जी है अरविंद कुमार ने
Figure 1 – तत्कालीन राष्ट्रपति डा. शंकर दयाल शर्मा को समांतर कोश की पहली प्रति भेंट करते अरविंद कुमार दंपति. 13 दिसंबर 1996. यह अरविंद कुमार की पहली प्रकाशित …
प्यारी सी सुंदर हैँ मछली
इठलाती मठराती बल खाती लहराती जल मेँ चलती हैँ मदमाती मनमौजी हैँ मछली नील कमल पर उड़ती सी झुंडों मेँ मँडराती जल मेँ तिरती हैँ परियोँ सी जल …
हवा जो चलती रहती है
हवा जो चलती रहती है आँख से देख नहीं पाते हवा को मैं ने देखा है हवा नटखट सी बच्ची है सदा इठलाती रहती है सदा बल …
हवा को किस ने देखा है?
पेड़ जब शीश नवाते हैँ पात जब गौरव गाते हैँ हवा सिंहासन पर चढ़ कर सवारी ले कर आती है हवा को सब ने देखा है पतंग जब ऊपर …
आसमान मेँ तारे
आसमान मेँ तारे आए – बहुत दिनोँ के बाद रजनी ने आंचल फहराया – बहुत दिनोँ के बाद बादल छँटे सप्तर्षि मुसकाए – बहुत दिनोँ के बाद हिरना के …
हलो नानी
हलो, नानी, मैं तन्वी बोल रही हूँ, बड़ी हो गई अब मैं पूरे तीन बरस की हूँ मैं. हैप्पी बर्थ डे होगा मेरा आना, तुम आ जाना नाना को …
घंटाघर मेँ घड़ी नहीँ, खड़ा मुसाफिर हँसता नहीँ
मेरठ मेँ मेरा बचपन बिजली के झटकोँ से पूरा शरीर फड़फड़ा रहा था. तभी किसी ने करंट आफ़ कर दिया. लेकिन मैँ बेहोश था. कई दिन रात तक मैँ जागते …
गज्जू, कोको और काली दोस्त बने…
भुसुंडी नाम का वह कौआ देखने से ही बड़ा चालाक और दुष्ट मालूम पड़ता था। वह था भी बड़ा चालाक और दुष्ट। कई बार जब चिड़िया और चिड़े दाना चुगने …
तन्वी ने बनाया जादुई घर
अक्षय ने देखा तस्वीर के आसमान मेँ पराँठा टंगा था… भूख तो लगी ही थी. उस ने पराँठा पकड़ लिया और एक किनारे से उसे खाने लगा. वह तो सारा …
जंगल का राजा कौन?
सर ने मूँछ में अटके मच्छर को निकाल कर मसल फेंका, और बोले, ‘‘अब मच्छर ही को लो, वक़्त आने पर यह उड़ना कीड़ा भी शेर को पिदा सकता है।’’ …
अरविंद कुमार और कुसुम कुमार के कोश
एक परिचय (प्रकाशन के कालक्रम से) समांतर कोश – हिंदी थिसारस 1996 में छपा मुखपृष्ठ शब्द शक्ति को कई गुना बढ़ाने का सबल साधन है – समांतर …
हिंदी रुकने वाली नहीं है, रुकेगी नहीं
हिंदी–दशा और दिशाएँ… ऐसा नहीँ हैँ कि आज लोग हिंदी का महत्त्व नहीँ जानते या हिंदी की प्रगति और विकास रुक गया है या रुक जाएगा। मैं समझता हूँ कि …
भाषा पर विवाद – अच्छे हैँ
अनुराग के प्रश्नोँ के उत्तर Ø भारत में समय-समय पर भाषा को लेकर विवाद उठता रहता है। इसका क्या समाधान है? भाषा पर विवाद उठते …
बाल श्रमिक से शब्दाचार्य तक की यात्रा
अरविन्द कुमार जितना जटिल काम अपने हाथ में लेते हैं, निजी जीवन में वह उतने ही सरल, उतने ही सहज और उतने ही व्यावहारिक हैं। तो शायद इसलिए भी कि …
हिंदी के बारे मेँ कुछ अकारण चिंताएँ
सीधे आज की बात करें. शुद्धताप्रेमी भाषाविदों में आज गहरी चिंता व्याप रही है–हिंदी न्यूज़पेपर और टीवी चैनल अँगरेजी से लार्जस्केल पर वर्ड इंपोर्ट कर के हिंदी को अशुद्ध …
कैरियर और अकादमिक लेखन
मुझ से प्रश्न अँगरेजी मेँ पूछे गए थे. कारण था प्रश्नकर्ता के पास यूनिकोड हिंदी फ़ौंट न होना. मेरे उत्तर हिंदी मेँ होने थे, और हैं · Career opportunities …