भाग एक -13 दिसंबर 2017. नई दिल्ली. इक्कीस साल पहले 13 दिसंबर 1996 के पूर्वाह्न कुसुम और मैँ ने तत्कालीन राष्ट्रपति डाक्टर शंकर दयाल को ‘समांतर कोश – हिंदी थिसारस’ …
समांतर कोश छपा इस तरह
हिंदी के माथे पर ऐसे लगी सुनहरी बिंदी स्वभाव से मैँ बहुत संकोचशील हूँ, झिझकू स्वभाव के साथ कुछ कुछ डरपोक भी. किसी भी निजी या सरकारी पद पर बैठे …
आँखेँ बैठती हैं, आँखोँ बैठते हैँ, आँख मारते हैँ, आँख लड़ाते हैँ, और तो और आँखोँ मेँ रहते हैँ, आँखोँ मेँ बसाते भी हैँ, आँख होती भी है
आँख चर्चा – 5 आँख बैठना : (1) आँख का भीतर की ओर धँस जाना. चोट या रोग आँख का डेला गड़ जाना (2) आँख फूटना. आँख भर आना …
सर्वोत्तम संपादक अरविंद कुमार – लेखक: दयानंद पांडेय
(दयानंद हद से ज़्यादा सहजदिल बंदा है. जो बात उस मेँ ख़ास है, वह है रीकाल recall – ऐसी छोटी छोटी चीज़ेँ याह रख पाना और फिर वक़्त पड़ने पर …
Relevance of ShabdVedh
ShabdVedh is an interesting story for all. It shows how one can rise above the worst of circumstances, dream, and with complete diligence and dedication, work towards fulfilling …
करामाती कोशकार अरविंद कुमार
शब्द खोजने और सम्मिलित करने के लिए अरविंद को प्राचीन संस्कृति ही नहीँ समसामयिक समाज में भी पैठना पड़ा. –मोहन शिवानंद प्रकाशनालय दिल्ली प्रैस का वह नौजवान पत्रकार अरविंद …
करामाती कोशकार
मंज़िल दूर होती गई, इरादा मज़बूत होता गया मोहन शिवानंद (रीडर्स डाइजेस्ट के भारतीय संस्करण के प्रधान संपादक हैं) प्रकाशनालय दिल्ली प्रैस का वह नौजवान पत्रकार अरविंद कुमार हिंदी कहानी …
SOCIETAL CONTEXT IN AMAR KOSH, ROGET’S THESAURUS, AND SAMANTAR KOSH
A paper written for and read by me at the conference called Language Study and Thesaurus in the World organized by Japan’s National Language Institute, Tokyo, August 1997. …
अरविंद कुमार का शब्दों का जुनून अभी तक कम नहीं हुआ
–अनुराग ‘कर्म करना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है. हमारा कर्म सफल होगा या नहीं, हमें इस की तो परवाह करनी ही नहीं चाहिए, हम काम पूरा कर पाएँगे या नहीँ– इस …
Peter Mark Roget – a tribute by an inveterate Indian admirer
On his birthday (18 Jan) a tribute by an inveterate Indian admirer Peter Mark Roget left an indelible mark on the world of words By Arvind Kumar Author of Samantar …
शब्दकोश
किताबों से इंटरनैट तक पहुँच गए बच्चों के लिए एक लेख कई बार ऐसा होता कि किताबों में जो शब्द हम पढ़ते हैं उन में से कई का मतलब हमारी …
हिंदी के ये ख़ास कोश
अरविंद कुमार मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि सच्चे और सटीक शब्द न डाक्टर रघुबीर बना सकते थे, न भारत सरकार का कोई आयोग. ये शब्द वे बनाते …
दो भाषा खोजी कोश
The Penguin Language Explorer (Hindi–English) और उसी के साथ The Penguin Language Explorer (English–Hindi) अपनी तरह के पहले द्विभाषी कोश-थिसारस हैँ. ये एक दूसरे के पूरक भी हैँ और अपने …
ऐतिहासिक थिसारस
भारतीय महिलाएँ विदेशियों से पाँच गुना सुंदर हैं… एक अद्भुत प्रयास और एक अद्भुत उपलब्धि श्री अरविंद कुमार एवं श्रीमती कुसुम कुमार द्वारा निर्मित अँगरेजी-हि्दी//हिंदी-अँगरेजी थिसारस के लोकापर्पण के अवसर …
More than a dictionary
A spoken or written word or expression is a symbol of an abstract idea. When a dictionary provides a meaning of a word, it only offers more words for it, …
पौराणिक नामों में गूढ़ अर्थ छिपे हैं
पौराणिक शब्दों के निहित अर्थ और बिंब पूरे भारत में एक हैं, और गाँवगाँव के नरनारी इन्हें तत्काल समझ जाते हैं. इन भारत की जिस शब्द संपदा का निर्माण होता …
Cross-cultural linguistic tools: Need of the day
We are in the throes of yet another wave of linguistic globalization, first reflected in the exhaustive international editions of Roget”s thesauruses, designed for English-speaking nations. The new world scenario …
Global Wordbank–First Steps
An English Hindi Wordbank And the need for a Global Wordbank Arvind Kumar A Global Wordbank, would make the generation of bilingual or multilingual thesauruses of any number of …
अरविंद कुमार और कुसुम कुमार के कोश
एक परिचय (प्रकाशन के कालक्रम से) समांतर कोश – हिंदी थिसारस 1996 में छपा मुखपृष्ठ शब्द शक्ति को कई गुना बढ़ाने का सबल साधन है – समांतर …