View Post

स्लमडाग के दस साल बाद

In Cinema, Culture, English, Hindi, History, Reviews by Arvind KumarLeave a Comment

‘स्लमडाग करोड़पती’ के दस साल पूरे होने पर पूर्वाग्रह में छपी मेरी समीक्षा 1 कौन बनेगा करोड़पती के मंच पर जमाल (देव पटेल) और क्विज़मास्टर प्रेम (अनिल कपूर) स्लमडाग करोड़पती …

View Post

कोटणीस-चिंगलान का संगम एक बार फिर हिंद-चीन का संगम बन सकता है

In Adventure, Cinema, Culture, History, India-China, Memoirs, People by Arvind KumarLeave a Comment

अपने प्यारे ‘के दिहुआ’ की समाधि पर चीन के लोग अभी तक फूल चढ़ाते हैं. वह था महाराष्ट्र के शोलापुर मेँ जन्मा हमारा डाक्टर कोटणीस जिस के जीवन पर वी. …

View Post

कोटणीस-चिंगलान पर भारत-चीन अब तीसरी फ़िल्म बनाएँ

In Adventure, Cinema, Culture, Friendship, Goodwill, History, Memoirs, People, Politics by Arvind KumarLeave a Comment

अपने प्यारे ‘के दिहुआ’ की समाधि पर चीन के लोग अभी तक फूल चढ़ाते हैं. वह था महाराष्ट्र के शोलापुर मेँ जन्मा हमारा डाक्टर कोटणीस जिस के जीवन पर वी. …

View Post

समांतर कोश के इक्कीस साल–भाग – 1

In Arvind Lexicon, Culture, Dictionary, English, Hindi, History, Language, Languages, Memoirs, People, Sanskrit, Thesaurus by Arvind KumarLeave a Comment

भाग एक -13 दिसंबर 2017. नई दिल्ली. इक्कीस साल पहले 13 दिसंबर 1996 के पूर्वाह्न कुसुम और मैँ ने तत्कालीन राष्ट्रपति डाक्टर शंकर दयाल को ‘समांतर कोश – हिंदी थिसारस’ …

शब्दवेध–क्या, किस के लिए

In Cinema, Culture, Drama, Hindi, History, Journalism, Language, Literature, Memoirs, People, Poetry by Arvind KumarLeave a Comment

शब्दवेध: क्योँ, किस के लिए शब्दवेध सब के लिए एक अत्यंत रोचक सत्यकथा है. कैसे कोई अपनी मेहनत और लगन के, निष्ठा, संकल्प और प्रतिबद्धता ​के बल पर कमतरीन से …

View Post

विश्व का चौथा सबसे बड़ा समुद्र सूखा– अराल सागर की त्रासदी

In Culture, History by Arvind KumarLeave a Comment

कजाकिस्तान एवं उजबेकिस्तान के बीच कभी दुनिया का चौथा सबसे बड़ा समुद्र रहा ‘अराल सागर’ पूरी तरह सूख चुका है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के टेरा उपग्रह के द्वारा भेजी …

View Post

करामाती कोशकार

In Dictionary, English, English, Hindi, Hindi, History, Journalism, Language, Literature, Memoirs, People, Thesaurus by Arvind KumarLeave a Comment

मंज़िल दूर होती गई, इरादा मज़बूत होता गया मोहन शिवानंद (रीडर्स डाइजेस्ट के भारतीय संस्करण के प्रधान संपादक हैं) प्रकाशनालय दिल्ली प्रैस का वह नौजवान पत्रकार अरविंद कुमार हिंदी कहानी …

हिंदी के ये ख़ास कोश

In Books, Dictionaries, Hindi, History, Language, Thesaurus, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

अरविंद कुमार मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि सच्चे और सटीक शब्द न डाक्टर रघुबीर बना सकते थे, न भारत सरकार का कोई आयोग. ये शब्द वे बनाते …

View Post

भारत के टकराते बढ़ते क़दम

In Art, Culture, History, People by Arvind KumarLeave a Comment

–अरविंद कुमार     आज की तेजी से बढ़ती दुनिया मेँ हम लंबी छलाँगें लगाते नहीं दौड़े, तो पिछड़ेपन के गहरे दलदल मेँ धँसते चले जाएँगे.     द्वंद्व, संघर्ष, …

फ़ाउस्ट – भाग 1 दृश्य 14 – वन और कंदरा

In Culture, Drama, Fiction, History, Poetry, Spiritual, Translation by Arvind KumarLeave a Comment

      फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्‍फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद -  © अरविंद कुमार १४. वन और कंदरा फ़ाउस्ट (अकेला – ) ओ दैवी सत्ता! मेरा है सृष्टि …

फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 1 दृश्य 5 – अँधेरा गलियारा

In Culture, Drama, Fiction, History, Poetry, Spiritual, Translation by Arvind KumarLeave a Comment

      फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्‍फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद -  © अरविंद कुमार ५. अँधेरा गलियारा फ़ाउस्ट और मैफ़िस्टोफ़िलीज़. मैफ़िस्टोफ़िलीज़ क्या हुआ? आ धमके – यहाँ भी …

फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 5 दृश्य 3 – महल

In Culture, Drama, Fiction, History, Poetry, Spiritual, Translation by Arvind KumarLeave a Comment

      फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्‍फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद -  © अरविंद कुमार ३. महल विशाल राजप्रासाद. चौड़ी गहरी नहर. बहुत बूढ़ा फ़ाउस्ट विचारमग्न है, चहलक़दमी कर …

जूलियस सीज़र. अंक 4. दृश्य 1. रोम एक भवन

In Culture, Drama, History, Poetry, Translation by Arvind KumarLeave a Comment

ब्रूटस और कैसियस कर रहे हैँ शक्ति का संचय. हम भी चेतेँ, अपनी ताक़तेँ मिलाएँ, औरोँ को साथ लाएँ. अज्ञात संकटोँ को समझेँ. रोम. एक भवन. (एंटनी, आक्‍टेवियस और लेपीडस. …

View Post

संसद मेँ दंगे… होते ही रहते हैँ ना!

In Culture, English, Hindi, History, Learning, Politics, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

वर्ड पावर – word power स्पीकर या अध्यक्ष के आदेशोँ को न मानना, सभा भवन के केंद्र तक घुस जाना, काग़ज़ोँ के परखचे उड़ाना, नारे लगाना, होहल्ला करना, हाथापाई करना, …