फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार ९. सैरगाह फ़ाउस्ट. मैफ़िस्टोफ़िलीज़. मैफ़िस्टोफ़िलीज़ क़सम नाकाम इश्क़ की! क़सम दोजख़ की आग की! …
फ़ाउस्ट – भाग 1 दृश्य 25 – जेल
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार २५. जेल फ़ाउस्ट. हाथोँ मेँ चाभियोँ का गुच्छा और मोमबत्ती. सीख़चोँ वाले दरवाज़े …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 4 दृश्य 1 – उच्च पर्वतमाला
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार १. उच्च पर्वतमाला सुदृढ़ सुविशाल सोपानित शैल शिखरोँ की श्रेणी. एक बादल निकट आता …
विक्रम सैंधव. अंक 2. दृश्य 2. धारावती. शतमन्यु का उपवन
द्रोह, यूँ मुँह मत छिपा अपना. छिपा ले अपने को दोस्ताने मेँ, मुस्कान मेँ. नहीँ तो छिप नहीँ सकेगा तू गहरे पाताल मेँ. धारावती. शतमन्यु का उपवन. (शतमन्यु …
स्लमडाग करोड़पती
डेविड गोलिएथ हो या (कंस के दरबार मेँ) कृष्ण चाणूर द्वंद्व या वानर सेना की सहायता से संसार के समकालीन सर्वशक्तिशाली सम्राट रावण की सोने की लंका पर राम की …
फ़ाउस्ट – भाग 1 दृश्य 10 – पड़ोसन का घर
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार १०. पड़ोसन का घर मार्था (अकेली.) क्षमा करेँ भगवान मेरे प्यारे पति के अपराध. …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 1 दृश्य 1 – मनोहर प्राकृतिक दृश्यावली
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार १. मनोहर प्राकृतिक दृश्यावली धुँधलका. फ़ाउस्ट फूलोँ भरी घास पर लेटा है. बेकल, …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 4 दृश्य 2 – टीले के कगार पर
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार २. टीले के कगार पर नीचे से नगाड़े और सैन्य संगीत. सम्राट का शिविर. …
विक्रम सैंधव. अंक 2. दृश्य 3. धारावती. दुर्ग प्राचीर के निकट
न पढ़ पाया – तो हरि की इच्छा! धारावती. दुर्ग प्राचीर के निकट मार्ग. (नारदानंद आता है. वह एक पत्र पढ़ रहा है.) नारदानंद विक्रम, शतमन्यु से सावधान. कंक …
मधुप का रचना संसार
पुस्तक समीक्षा फुलमाया (सामाजिक उपन्यास). लेखक: मधुप शर्मा. प्रकाशक: आत्माराम एण्ड संस, दिल्ली. पृष्ठ संख्या: १४९. मूल्य: रु. १३५.०० अनजाने रिश्ते (कहानी संग्रह). लेखक: मधुप शर्मा. प्रकाशक: आत्माराम …
फ़ाउस्ट – भाग 1 दृश्य 11 – गली
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार ११. गली फ़ाउस्ट. मैफ़िस्टोफ़िलीज़. फ़ाउस्ट सब ठीकठाक? क्या है समाचार? मैफ़िस्टोफ़िलीज़ वाह! क्या …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 1 दृश्य 2 – सम्राट का दुर्ग
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार २. सम्राट का दुर्ग राज दरबार. सामंत परिषद सम्राट की प्रतीक्षा मेँ. तुरही. भाँति …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 4 दृश्य 3 – विद्रोही सम्राट का शिविर
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार ३. विद्रोही सम्राट का शिविर सिंहासन. समृद्ध परिवेश. छीनझपट. लुटेरी बंजारन. लुटेरी बंजारन सब …
विक्रम सैंधव. अंक 2. दृश्य 4. धारावती. शतमन्यु के घर के बाहर
यह भनभनाहट सी क्या है? दंगे के शोर जैसी? दूर, दुर्ग की ओर. दुर्ग. शतमन्यु के घर के बाहर मार्ग. (रत्ना और पिपीलक आते हैँ.) रत्ना दास, …
जंगल का राजा कौन?
सर ने मूँछ में अटके मच्छर को निकाल कर मसल फेंका, और बोले, ‘‘अब मच्छर ही को लो, वक़्त आने पर यह उड़ना कीड़ा भी शेर को पिदा सकता है।’’ …
फ़ाउस्ट – भाग 1 दृश्य 12 – उपवन
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार १२. उपवन फ़ाउस्ट की बाँहोँ मेँ बाँहेँ डाले मार्गरेट, मैफ़िस्टोफ़िलीज़ के साथ मार्था. इस …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 1 दृश्य 3 – एक विशाल हाल
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार ३. एक विशाल हाल उस से जुड़े हैँ कई कक्ष… मुखौटोँ के नाच के …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 5 दृश्य 1 – खुला मैदान
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार १. खुला मैदान यात्री वही पुरातन लिंडन फहराते वय मेँ वृद्ध, गहन छतनारे. लहराते …
विक्रम सैंधव. अंक 3. दृश्य 1. धारावती. संसद के बाहर
यह तू, मनमीत! निष्फल है जीना! धारावती. संसद के बाहर. (तूर्यनाद. शंखनाद. विक्रम, शतमन्यु, कंक, चाणूर, भगदत्त भट्टारक, महीधर वर्मन, गुणाकर, चंडीचरण, आनंदवर्धन, केतुमाल, नारदानंद, मंगल, गोपाल तथा अन्य …
तन्वी ने बनाया जादुई घर
अक्षय ने देखा तस्वीर के आसमान मेँ पराँठा टंगा था… भूख तो लगी ही थी. उस ने पराँठा पकड़ लिया और एक किनारे से उसे खाने लगा. वह तो सारा …
फ़ाउस्ट – भाग 1 दृश्य 13 – उपवन मेँ कुंज
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार १३. उपवन मेँ कुंज आँखमिचौनी सी खेलती हँसती खिलखिलाती मार्गरेट दौड़ कर आती है. …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 1 दृश्य 4 – क्रीड़ा उपवन – सुबह की धूप
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार ४. क्रीड़ा उपवन – सुबह की धूप सम्राट, दरबारी, उच्च जन और महिलाएँ. फ़ाउस्ट …
फ़ाउस्ट – भाग 2 अंक 5 दृश्य 2 – वाटिका
फ़ाउस्ट – एक त्रासदी योहान वोल्फ़गांग फ़ौन गोएथे काव्यानुवाद - © अरविंद कुमार २. वाटिका तीनोँ भोजन की मेज़ पर – बौकिस मौन हो? नहीँ है खाने …
विक्रम सैंधव. अंक 3. दृश्य 2. धारावती. नगर चौक. जनमंच
सुनो, मेरे देश के लोगो, सुनो. यह पतन विक्रम का नहीँ था. यह पतन मेरा था, आप का था. हम सब पर पंजे फैला रहा था ख़ूनी विश्वासघात. …
गज्जू, कोको और काली दोस्त बने…
भुसुंडी नाम का वह कौआ देखने से ही बड़ा चालाक और दुष्ट मालूम पड़ता था। वह था भी बड़ा चालाक और दुष्ट। कई बार जब चिड़िया और चिड़े दाना चुगने …