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स्लमडाग के दस साल बाद

In Cinema, Culture, English, Hindi, History, Reviews by Arvind KumarLeave a Comment

‘स्लमडाग करोड़पती’ के दस साल पूरे होने पर पूर्वाग्रह में छपी मेरी समीक्षा 1 कौन बनेगा करोड़पती के मंच पर जमाल (देव पटेल) और क्विज़मास्टर प्रेम (अनिल कपूर) स्लमडाग करोड़पती …

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सूचना प्रौद्योगिकी और हिंदी

In Culture, Dictionary, English, Hindi, Language, ShabdaVedh by Arvind KumarLeave a Comment

बचपन में मैं तख़्ती पर मुलतानी मिट्टी पोत कर उसे हिला हिला कर सुखाता था और फिर बुदके में क़लम डूबो कर काली स्याही से लिखता था, तो वह भी …

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समांतर कोश के इक्कीस साल–भाग – 1

In Arvind Lexicon, Culture, Dictionary, English, Hindi, History, Language, Languages, Memoirs, People, Sanskrit, Thesaurus by Arvind KumarLeave a Comment

भाग एक -13 दिसंबर 2017. नई दिल्ली. इक्कीस साल पहले 13 दिसंबर 1996 के पूर्वाह्न कुसुम और मैँ ने तत्कालीन राष्ट्रपति डाक्टर शंकर दयाल को ‘समांतर कोश – हिंदी थिसारस’ …

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‘समांतर कोश’ नाम कैसे बना

In Arvind Lexicon, Books, Culture, Dictionaries, Dictionary, Hindi, Language, Literature, Memoirs, People, People by Arvind KumarLeave a Comment

कमलेश्वर का योगदान हिंदी थिसारस का नाम समांतर कोश कैसे बना इस की भी एक कहानी है. इस पर काम शुरू किया था तो हम ने इस का नाम रखा …

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आँखेँ बैठती हैं, आँखोँ बैठते हैँ, आँख मारते हैँ, आँख लड़ाते हैँ, और तो और आँखोँ मेँ रहते हैँ, आँखोँ मेँ बसाते भी हैँ, आँख होती भी है

In Culture, Dictionary, Hindi, Lifestyle, Literature, Thesaurus by Arvind KumarLeave a Comment

आँख चर्चा – 5   आँख बैठना : (1) आँख का भीतर की ओर धँस जाना. चोट या रोग आँख का डेला गड़ जाना (2) आँख फूटना. आँख भर आना …

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आँखेँ बहुत कुछ कहती हैँ, लाल अंगारा हो जाती हैँ, और हम आँख दिखाते हैँ

In Culture, Hindi, Language, Lifestyle, Literature by Arvind KumarLeave a Comment

  आँख चर्चा – 4   आँखेँ तरेरना: क्रोध से आँखेँ निकाल कर देखना. क्रोध की दृष्टि से देखना. उ.—सुनि लछिमन बिहँसे बहुरि नयन तरेरे राम. —मानस आँख तले न …

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आँख खुलना, आँख खोलना और आँखेँ चार होना

In Culture, Hindi, Language, Learning, Life style, Literature by Arvind KumarLeave a Comment

आँख चर्चा –  3     आँख खुलना: (1) पलक खुलना. परस्पर मिली या चिपकी हुई पलकोँ का अलग हो जाना; जैसे—(क) बच्चे की आँखेँ धो डालो तो खुल जाएँ. …

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दाहिनी आँख है इंद्र, तो बाईं है इंद्राणी

In Culture, Dictionary, Hindi, Language, Literature by Arvind KumarLeave a Comment

आँखेँ हमारे चेहरे का सब से आकर्षक अंग हैँ. आँख को नयन भी कहते हैँ, जिस का मतलब है ले जाने वाला. इस से हम देख न पाएँ तो कहीँ …

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दाहिनी आँख है इंद्र, तो बाईं है इंद्राणी

In Culture, Hindi, Language, Literature, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

आँख चर्चा – 1   आँखेँ हमारे चेहरे का सब से आकर्षक अंग हैँ. आँख को नयन भी कहते हैँ, जिस का मतलब है ले जाने वाला. इस से हम …

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सर्वोत्तम संपादक अरविंद कुमार – लेखक: दयानंद पांडेय

In Books, Dictionaries, English, Hindi, Journalism, Literature, Memoirs, Mumbai, People, Reader's Digest, Thesaurus, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

(दयानंद हद से ज़्यादा सहजदिल बंदा है. जो बात उस मेँ ख़ास है, वह है रीकाल recall – ऐसी छोटी छोटी चीज़ेँ याह रख पाना और फिर वक़्त पड़ने पर …

शब्दवेध–क्या, किस के लिए

In Cinema, Culture, Drama, Hindi, History, Journalism, Language, Literature, Memoirs, People, Poetry by Arvind KumarLeave a Comment

शब्दवेध: क्योँ, किस के लिए शब्दवेध सब के लिए एक अत्यंत रोचक सत्यकथा है. कैसे कोई अपनी मेहनत और लगन के, निष्ठा, संकल्प और प्रतिबद्धता ​के बल पर कमतरीन से …

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करामाती कोशकार अरविंद कुमार

In Dictionary, English, Hindi, Mumbai, Reader's Digest, Thesaurus, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

शब्द खोजने और सम्मिलित करने के लिए अरविंद को प्राचीन संस्कृति ही नहीँ समसामयिक समाज में भी पैठना पड़ा. –मोहन शिवानंद   प्रकाशनालय दिल्ली प्रैस का वह नौजवान पत्रकार अरविंद …

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क्या हिन्दी ने बंद कर ली है अपनी खिड़कियाँ?

In Culture, Hindi, Hindi by Arvind KumarLeave a Comment

रंगनाथ सिंह बीबीसी हिन्दी डॉटकॉम के लिए  शनिवार, 22 मार्च, 2014 आमतौर पर हिन्दी वालों की इसी बात की चिंता रहती है कि क्या हिन्दी अंग्रेज़ी का मुक़ाबला कर पाएगी. …

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करामाती कोशकार

In Dictionary, English, English, Hindi, Hindi, History, Journalism, Language, Literature, Memoirs, People, Thesaurus by Arvind KumarLeave a Comment

मंज़िल दूर होती गई, इरादा मज़बूत होता गया मोहन शिवानंद (रीडर्स डाइजेस्ट के भारतीय संस्करण के प्रधान संपादक हैं) प्रकाशनालय दिल्ली प्रैस का वह नौजवान पत्रकार अरविंद कुमार हिंदी कहानी …

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क्योँ न फटा धरती का कलेजा, क्योँ न फटा आकाश

In Cinema, Hindi, Memoirs, People by Arvind KumarLeave a Comment

—अरविंद कुमार दिन 1 – 1963 आर. के. स्टूडियोज़ के मुख्य ब्लाक में पहली मंज़िल पर छोटे से फ़िल्म संपादन कक्ष में राज कपूर और मैं नितांत अकेले थे. उन …

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अनुपम अविरल शब्द सारथी

In Culture, Hindi, Poetry by Arvind KumarLeave a Comment

  अरविंद जी के जन्मदिन पर     निस्पृहता में जैन मुनि सम शब्द भेद में अर्जुन अपने चिंतन से पा रहे निरंतर प्रथम पूज्य गणपति सा जगवंदन.   स्वयं …

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अरविंद कुमार का शब्दों का जुनून अभी तक कम नहीं हुआ

In Dictionary, English, Hindi, People, Thesaurus by Leave a Comment

–अनुराग ‘कर्म करना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है. हमारा कर्म सफल होगा या नहीं, हमें इस की तो परवाह करनी ही नहीं चाहिए, हम काम पूरा कर पाएँगे या नहीँ– इस …

हिंदी के ये ख़ास कोश

In Books, Dictionaries, Hindi, History, Language, Thesaurus, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

अरविंद कुमार मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि सच्चे और सटीक शब्द न डाक्टर रघुबीर बना सकते थे, न भारत सरकार का कोई आयोग. ये शब्द वे बनाते …