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राज कपूर देह थे तो शैलेंद्र उन की आत्मा

In Art, Cinema, Friendship, People, Poetry by Arvind KumarLeave a Comment

–अरविंद कुमार चौदह दिसंबर – शैलेंद्र के प्रयाण और राज कपूर के जन्म दिवस पर विशेष ‘माधुरी’ का संपादक बन कर मैँ जब 1963 मेँ बंबई पहुँचा तो मेरी पसंद …

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भारत के टकराते बढ़ते क़दम

In Art, Culture, History, People by Arvind KumarLeave a Comment

–अरविंद कुमार     आज की तेजी से बढ़ती दुनिया मेँ हम लंबी छलाँगें लगाते नहीं दौड़े, तो पिछड़ेपन के गहरे दलदल मेँ धँसते चले जाएँगे.     द्वंद्व, संघर्ष, …

कृति के कितने अर्थ और कृतियाँ कैसी कैसी…

In Art, Culture, English, Hindi, History, Learning, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

वर्ड पावर – word power कृतियाँ तरह तरह की होती हैँ. उन की बात करने से पहले हम देखेँ कृति के कुछ अनोखे अर्थ कृति वह है जिसे कृत किया …

कभी कला वि-मल थी, अब स-मल है

In Art, Cinema, Culture, History, Humor, Life style by Arvind KumarLeave a Comment

कला वह है जो कलाकार करें और हम अ-कलाकारों पर थोपें क्‍योंकि उनकी हर करनी को कला कहने और पुरस्‍कारने वाले कलामर्मज्ञ मौजूद हैं. आप और हम मूरख बनें तो …