श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद ब्रह्म विद्या योग शास्त्र अध्याय 7 ☀ अब गीता ☀ पढ़ना आसान समझना आसान अनुवादक अरविंद कुमार इंटरनैट …
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद – 06 – छठा अध्याय
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद ब्रह्म विद्या योग शास्त्र अध्याय 6 ☀ अब गीता ☀ पढ़ना आसान समझना आसान अनुवादक अरविंद कुमार इंटरनैट …
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद – 05 – पाँचवा अध्याय
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद ब्रह्म विद्या योग शास्त्र अध्याय 5 ☀ अब गीता ☀ पढ़ना आसान समझना आसान अनुवादक अरविंद कुमार इंटरनैट …
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद – 04 – चौथा अध्याय
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद ब्रह्म विद्या योग शास्त्र अध्याय 4 ☀ अब गीता ☀ पढ़ना आसान समझना आसान अनुवादक अरविंद कुमार इंटरनैट …
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद – 03 – तीसरा अध्याय
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद ब्रह्म विद्या योग शास्त्र अध्याय 3 ☀ अब गीता ☀ पढ़ना आसान समझना आसान अनुवादक अरविंद कुमार इंटरनैट …
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद – 02 – दूसरा अध्याय
द्वितीयोऽध्यायः सांख्य योग सञ्जयोवाच तं तथा कृपयाऽविष्टम् अश्रुपूर्णाऽऽकुलेक्षणम् । विषीदन्तम् इदं वाक्यम् उवाच मधुसूदनः ॥१॥ संजय ने कहा अर्जुन का मन करुणा से भरा था. व्याकुल आँखोँ मेँ आँसू भर आए …
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद – 01–पहला अध्याय
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद ब्रह्म विद्या योग शास्त्र अध्याय 1 ☀ अब गीता ☀ पढ़ना आसान समझना आसान अनुवादक अरविंद कुमार इंटरनैट …
श्रीमद् भगवद् गीता उपनिषद – 00 – प्रस्तुति
ब्रह्म विद्या योग शास्त्र ☀ अब गीता ☀ पढ़ना आसान समझना आसान अनुवादक अरविंद कुमार इंटरनैट पर प्रकाशक अरविंद लिंग्विस्टिक्स प्रा. …
भाषा शिक्षण मेँ कोश और थिसारस का उपयोग
अक्षरम् द्वारा आयोजित छठे अंतरराष्ट्रीय उत्सव 1-2-3 फ़रवरी 2008 नई दिल्ली के हिंदी अध्ययन और अनुसंधान सत्र के लिए –अरविंद कुमार सब से पहले मैँ अध्यक्ष …
निरंतर बेचैनी का नाम भीमसेन
न जाने क्योँ, शायद उस के व्यक्तित्व मेँ ही कुछ ऐसा था कि वह शुरू से भीम रहा, तुम रहा, आप कभी था ही नहीँ, न बन पाया यह …
दारा शुकोह
इतिहास का उलझा सवाल دارا شكوه रंगीन मुग़ल त्रासदी शाह आलम के बाद दाराशुकोह श्री मेवाराम का दूसरा उपन्यास है. दोनोँ का विषय मुग़लिया हिंदुस्तान है. उपन्यास मेँ लेखक का …
भारत के टकराते बढ़ते क़दम
–अरविंद कुमार आज की तेजी से बढ़ती दुनिया मेँ हम लंबी छलाँगें लगाते नहीं दौड़े, तो पिछड़ेपन के गहरे दलदल मेँ धँसते चले जाएँगे. द्वंद्व, संघर्ष, …
अंधा युग
एक प्रस्तुति मन में – तीन प्रस्तुतियाँ मंच पर… –अरविंद कुमार सितंबर १९९२ में मैं ने जब श्री रामगोपाल बजाज निर्देशित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के छात्रों द्वारा अंधा युग की …
आकाश गंगा के स्वामी
कहानी –अरविंद कुमार गलीज़ कीड़े! कप्तान बड़बड़ा रहा था. कहीं भी कभी भी मर जाते हैं. स्साले… अब हमें स्वास्थ्य विभाग के नियमों के अनुसार पूरे पोत को …
Developing Lexical Resources for Varieties of Hindi
Abhishek Avtans and Arvind Kumar Central Institute of Hindi, Agra Email: abhiavtans@gmail.com and samantarkosh@gmail.com Introduction Indian linguistic area as envisaged by late Prof MB Emeneau in his seminal paper …
हिंदी पत्रकारिता के छह दशक
एक निजी विहंगावलोकन —अरविंद कुमार टाइम्स आफ़ इंडिया की वे प्रसिद्ध पत्रिकाएँ कहाँ हैँ, जो हिंदी का गौरव कहलाती थीँ. सब बंद हो गईं या कर दी गईं. हिंदी ही …
जाना महावीर अधिकारी का
एक औघड़ मलंग की याद में अधिकारी स्वतंत्र भारत के उदय के साथ हिंदी पत्रकारिता में धूमकेतु के समान अचानक उभरे और सिक्के पर सिक्के जमाते चले गए. ‘नवयुग’ …
कोशकारिता में हम कहाँ हैँ?
कोशोँ के निर्माण के पीछे सामाजिक सांस्कृति उद्देश्य होते हैँ. कई बार ये उद्देश्य धार्मिक और राजनीतिक भी होते हैँ. सर मोनिअर-विलियम्स ने लिखा है कि संस्कृत के अध्ययन और …
Arvind Kumar and his works
Arvind Kumar with two editions of the legendary Samantar Kosh and The Penguin English-Hindi/Hindi-English Thesaurus and Dictionary You can view Arvind Kumar’s Image gallery here or read Wonderful Wordsmith–Recent Reader’s …
21वीँ सदी की छलछल उच्छल हिंदी
–अरविंद कुमार 24 अप्रैल 2007 के हिंदुस्तान (दिल्ली) के मुखपृष्ठ पर छपे एक चित्र का कैप्शन–
सुंदरी – 1 : कितने सारे शब्द…!
केंद्रीय विश्वविद्यालयोँ मेँ हिंदी अनिवार्य
दैनिक जागरण मेँ प्रकाशित संवाददाता श्री अज़हर अंसारी द्वारा ज़ारी एक समाचार (8.1.11) के अनुसार देश के किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय मेँ अध्ययन के इच्छुक विदेशी छात्रोँ को अब हिंदी …
शब्द, भाषा, व्याकरण, कोश…
भाषा मानव संस्कृति की रक्षक है और प्रगति का साधन… हम ने भाषा का आविष्कार न किया होता तो अब तक जंगलोँ मेँ रह रहे होते, सर्दी गरमी, बरसात …
Computer comes to the help of lexicography
We decide to make a thesaurus Arvind first came to know of and use Roget’s work in 1952 and wished Hindi had such a wonderful tool. He hoped that in …
Who should subscribe to Arvind Lexicon?
A subscription to Arvind Lexicon is a must for anyone who needs fast interactive super-fast online access to an exhaustive bilingual Hindi-English dictionary and thesaurus. Its various editions draw upon …