तीन हज़ार साल पहले जिस दिन ईरान मेँ शाह जमशेद ने सिंहासन ग्रहण किया उसे नया दिन या नौरोज़ कहा गया. और वह ज़रथुस्त्र वंशियोँ का नए वर्ष का पहला दिन माना जाने लगा. ईरान के अतिरिक्त यह इराक़, लीरिया, अज़रबैजान, बह्रीन, लेबनान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, कज़ाख़स्तान, किरगिजिस्तान, तुर्कमेनिस्तान के साथ पाकिस्तान औऱ हिंदुस्तान मेँ मनाया जाता है. हमारे यहाँ यह पारसियोँ का नया साल होता है.
पारसी केवल भारतवर्ष मेँ होते हैँ, और उन की जनसंख्या हर साल घटती जा रही है. पारसियोँ ने जमशेदजी नसरवानजी टाटा को जन्म दिया, जिन्हों ने पिछली सदी मेँ टाटा स्टील कारख़ाने की नीवँ डाली, और उसे संसार का सबसे बड़ा इस्पात संयत्र बना कर दम लिया. उन के वंशज आज तक दुनिया के अग्रणी उद्योगपतियोँ मेँ गिने जाते हैँ. रतन टाटा ने सब से सस्ती कार नैनो बना कर हर तरफ़ तहलक़ा मचा दिया है.
हिंदी वाले पारसियोँ और उन के नए साल नौरोज़ के बारे मेँ कम जानते हैँ, इसलिए पढ़िए कुछ बेहद ज़रूरी बातें…
नौरोज़ पर पारसी मंदिर मेँ एक महिला
तीन हज़ार साल पहले जिस दिन ईरान मेँ शाह जमशेद ने सिंहासन ग्रहण किया उसे नया दिन या नौरोज़ कहा गया. और वह ज़रथुस्त्र वंशियोँ का नए वर्ष का पहला दिन माना जाने लगा. ईरान के अतिरिक्त यह इराक़, लीरिया, अज़रबैजान, बह्रीन, लेबनान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, कज़ाख़स्तान, किरगिजिस्तान, तुर्कमेनिस्तान के साथ पाकिस्तान औऱ हिंदुस्तान मेँ मनाया जाता है. हमारे यहाँ यह पारसियोँ का नया साल होता है.
नौरोज़ शब्द फ़ारसी या प्राचीन ईरानी मूल का है. नौरोज़ को इंग्लिश मेँ कई तरह लिखा जाता है. जैसे – Norouz, Narooz, Nowruz, Nawruz, Newroz, Nauruz, Nawroz, Noruz, Novruz, Nauroz, Navroz, Naw-Rúz, Nowroj, Navroj, Nevruz, Neyruz Наврӯз, Navruz, Navrez, Nooruz, Nauryz, or Nowrouz. हम इसे हिंदी मेँ अनुवाद करेँ तो है सीधा सादा नया दिन, नवदिवस, नवाह्न… अकसर यह 20, 21 या 22 मार्च को मनाया जाता है. कुछ लोग इसे वसंत विषुव के दिन मनाते हैँ.
हिंदी वाले पारसियोँ और उन के नए साल नौरोज़ के बारे मेँ कम जानते हैँ, इसलिए सब नूतन वर्षों मेँ मैँ ने केवल नौरोज़ पर ध्यान देना ज़रूरी समझा…
© अरविंद कुमार
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