हाउ आई वंडर…

In Culture, English, Hindi, History, Learning, Science, Word Power by Arvind KumarLeave a Comment

 

आजकल के हम शहराती लोग बंद कमरोँ मेँ सोते हैँ. खुले आसमान मेँ दमकते तारे कम ही देखते हैँ. कल्पना कीजिए मानव जाति के उदय के उन दिनोँ की जब धरती हमारा बिछौना थी, आसमान छत था. तब तारोँ टँके आसमान को देख देख कर आदिम मानव क्या सोचता होगा…

पुस्तक तारोँ भरा आकाश (प्रकाशन विभाग) मेँ सुप्रसिद्ध विज्ञान लेखक गुणाकर मुले ने लिखा है— धरती का मानव हज़ारोँ वर्षों से आकाश के तारोँ को निहारता आया है. सभी के मन मेँ सवाल उठते हैँ—आकाश मेँ कितने तारे हैँ? ये हम से इतनी दूर क्यों हैँ? कितने बड़े हैँ? ये किन चीज़ोँ से बने हैँ? ये सतत क्यों चमकते रहते हैँ? रात के आकाश के नज़ारे के बारे मेँ ऐसे अनेक सवाल हमारे दिमाग़ मेँ कोलाहल मचाते रहते हैँ.

इसी बात को अँगरेजी के लोकप्रिय गीत मेँ बच्चा अचरज से भर कर पूछ उठता है-

अप अबव सो हाई इन द स्काई, हाउ आई वंडर व्हाट यू आर!

(Up above so high in the sky, how I wonder what you are!)  

यह बालगीत बचपन मेँ मैँ ने भी गाया था, आज की पीढ़ी मेँ हमारे पोते पोती धेवते धेवती यह गाते देखे जाते हैँ.

हम शहराती लोग बंद कमरोँ मेँ सोते हैँ. खुले आसमान मेँ दमकते तारे कम ही देखते हैँ. कल्पना कीजिए मानव जाति के उदय के उन दिनोँ की जब धरती हमारा बिछौना थी, आसमान छत था. तब तारोँ टँके आसमान को देख देख कर आदिम मानव क्या सोचता होगा… वही न जो गुणाकर मुळे ने लिखा है.

धीरे धीरे आदमी को तारोँ मेँ आकृतियाँ नज़र आने लगी होँगी. वह तारोँ की गति भी पहचानने लगा होगा. हम ने तारोँ मेँ देवताओं को देखा, मौसमोँ मेँ बदलाव का संबंध तारोँ मेँ समझने की कोशिश की. अगर हम इतिहास झाँकेँ तो सब से पहले विज्ञानों मेँ ज्योतिष विज्ञान रहा है. धीरे धीरे तारोँ के आधार पर भाग्य बाँचा जाने लगा. आज तक सड़क पर बैठे ज्योतिषी और जन्मकुंडलियाँ बनाने वाले आम आदमी को ठगते नज़र आते हैँ. अनेक स्तंभ लेखक पत्रपत्रिकाओं से धन कमा रहे हैँ. कोई ग्रहण पड़े तो टीवी पर अज्ञानी ज्योतिषी निवारक मंत्र उच्चारण करने को कहते हैँ.

लेकिन आज ज्योतिर्विज्ञान अत्यंत विकसित विद्या बन चुका है. कभी आर्यभट सदियोँ मेँ पैदा होते थे. आज दिन रात हज़ारोँ वैज्ञानिक लगातार आकाश निहार रहे हैँ, उस की गहराइयोँ मेँ (या कहेँ तो ऊँचाइयोँ मेँ) पैठ रहे हैँ. एक से एक उन्नत दूरबीनेँ, राडारबीनेँ, ऐक्सरेबीनेँ… अंतरिक्ष मेँ लाखों साल पहले हुए घटनाक्रमोँ को और सृष्टि के रचना विधान को समझने की जीतोड़ कोशिश कर रही हैँ.

इंग्लिश शब्द star का उच्चारण होता है स्टार. इस शब्द की व्युत्पत्ति कुछ इस प्रकार कही गई है— मध्यकालीन इंग्लिश मेँ sterre, जो प्राचीन इंग्लिश मेँ steorra था; पुरानी हाई जरमन मेँ sterno, और लैटिन मेँ stella, ग्रीक मेँ astēr. स्टार का अर्थ इंगलिश कोश मेँ कुछ इस प्रकार दिया गया है—आकाश मेँ दिखाई देने वाला चमकदार पिंड. ज्योतिष मेँ तात्पर्य है — स्टार/सितारा/नक्षत्र या प्लेनिट/ग्रह जो हमारे भाग्य का नियंता है—भाग्योदय या अस्त का द्योतक. कुछ अन्य अर्थ हैँ—किसी फ़िल्म, नाटक आदि का मुख्य या प्रसिद्ध कलाकार. साथ ही वह व्यक्ति जो किसी क्षेत्र विशेष मेँ उल्लेखनीय हो.

आधुनिक ज्योतिर्विदोँ ने तारोँ का वर्गीकरण इस तरह किया है—

astral body

तारक पिंड

3.celestial body n astral body, celestial object, heavenly body, luminous body, sidereal body, star, ++black hole, ++planet, ++satellite, ++star.

3.तारक पिंड सं आकाश पिंड, आकाशीय पिंड, खगोलीय पिंड, खपिंड, गगनविहारी, ज्योति, ज्योतिष्क, तारा, दिव्य पिंड, पिंड, पिंडक, व्योमग, व्योमगामी, व्योमचर, व्योमचारी, ++उपग्रह, ++ ग्रह, ++ तारा, ++ब्लैक होल.

3.1star n aster, astral body, celestial sphere, fixed star, lamp, luminary, luminous body, sphere, sun, ++star type(s), ++celestial body, ++cosmos, ++firmamental, ++lunar mansion, ++meteor, ++sun, ++twinkling.

तारा. सं. अख़्तर, उडु, कक्कब (आकाड), कक्ष, गगनविहारी, ज्योति, ज्योति पिंड, ज्योतिश्पिंड, ज्योतिष पिंड, ज्योतिषी, ज्योतिष्क, तरतार, तारक, तारक पिंड, तारिका, दिव्य पिंड, द्योति, नक्षत्र, नखत, नज्म, नभसद, निशापुत्र, प्रकाश पिंड, , भासंत, भासंती, मुल (सेमि), मूल (सेमि), रोचनी, वज्र, शूल, सितारा, सूर्य, स्टार, स्तृ. ++तारा प्रकार (सूची), ++उल्का, ++नक्षत्र, ++सूर्य.

 

(इस सूची मेँ कक्कब प्राचीन आकाड संस्कृति का है और मुल तथा मूल प्राचीन सामी भाषा वर्ग से हैँ. मूल शब्द हमारे यहाँ नक्षत्र विशेष के लिए इस्तेमाल होता है. मूल नक्षत्र मेँ जन्म लेने वाले अपने जीवन साथी के लिए अशुभ माने जाते हैँ. शायद यह मान्यता भी हमेँ सामी संस्कृतियोँ से मिली हो. लेकिन आप देखेँगे कि अँगरेजी के aster और star का मूल प्राचीन संस्कृत शब्द स्तृ से है. यही बात अख़्तर के बारे मेँ कही जा सकती है. हिंदी के साथ साथ फ़ारसी और इंग्लिश के मौसेरी बहनें होने का एक और संकेत.)

 

3.3star type(s) n 01 star cluster, 02 interstellar cloud, 03 protostar, 04 neutron star, 05 pulsar, 06 radio star, 07 binary star, 08 multiple star, 09 variable star, 10 nova, 11 supernova, 12 red giant, 13 super giant, 14 white dwarf, 15 red dwarf, 16 black dwarf, 17 brown dwarf, 18 medium yellow, 19 black hole, ++star.

3.4तारा प्रकार()सं 01 तारागुच्छ, 02 अंतरिक्ष धुंध, 03 प्रानक्षत्र, 04 नपुंनक्षत्र, 05 पल्सार, 06 रेडियो नक्षत्र, 07 युगल नक्षत्र, 08 बहुलक नक्षत्र, 09 कामरूप नक्षत्र, 10 नोवा, 11 महानोवा, 12 रक्त महानक्षत्र, 13 महाभीम नक्षत्र, 14 गौर वामन, 15 रक्त वामन, 16 कृष्ण वामन, 17 कपिल वामन, 18 मध्यम पीत नक्षत्र, 19 काल नक्षत्र, तारा(), ++ तारा.

3.3variable star n Cepheid, ++firmamental, ++nova, ++star.

3.5कामरूप तारा सं कालत्र, ++आकाशीय, ++ तारा, ++ नोवा.

3.4nova n star that suddenly breaks into great brightness, ++supernova, ++quasar, ++star, ++variable star, ++black hole.

3.6नोवा सं अचानक चमक उठा तारा, नवतारा, नवत्र, ++महानोवा, ++ कसार, ++ कामरूप तारा, ++ तारा, ++ब्लैक होल.

3.5supernova n nova that suddenly breaks into greater brightness, ++nova, ++star.

3.7महानोवा सं अचानक बहुत अधिक चमक उठा तारा, अधिनव तारा, महानव तारा, महानवत्र, सुपर नोवा, ++ तारा, ++ नोवा.

3.6black hole n object in space which does not let even light escape, void, ++celestial body, ++star, ++white hole, :nova.

3.8काल नक्षत्र सं अंत नक्षत्र, अत्यधिक सघन आकाश पिंड जिस से प्रकाश भी नहीँ निकल पाता, काल गर्त, कालत्र, कालसूर्य, तारांत, ब्लैक होल, महाशून्य, शून्य, सूर्यांत, ++ तारक पिंड, ++ तारा, ++श्वेत नक्षत्र, : नोवा.

3.7white hole n hypothetical outlet for black hole, ++black hole.

3.9श्वेत नक्षत्र सं व्हाइट होल, ++ काल नक्षत्र.

3.8quasar n object emitting great amounts of light and radio waves, starlike objects emitting immense light/radio waves, ++nova.

3.10कसार सं प्रकाश/रेडियो किरण फेंकता आकाश पिंड, भारी मात्रा मेँ प्रकाश और रेडियो किरण फेंकता आकाश पिंड, ++ नोवा.

 

आप को याद दिलाने के लिए:

प्रकाश वर्ष को संक्षेप मेँ हम 9,46,00,00,00,000 किलोमीटर कह सकते हैँ. इस का मतलब है कि वैक्यूम या निर्वात मेँ प्रकाश गति पर चलेँ तो एक वर्ष मेँ हम 9,46,00,00,00,000 किलोमीटर या 58,80,00,00,00,000 मील दूर पहुँचेंगे.

 

नोट: हर मुख्य शब्द के बाद हिंदी अँगरेजी मेँ व्याकरण कोटि दी गई जैसे सं (संज्ञा) n (noun), सर्व (सर्वनाम) pro (pronoun), क्रि (क्रिया) v(verb), वि (विशेषण) ad (adj ective), क्रिवि (क्रिया विशेषण) adv(adverb), आदि. कुछ अन्य चिह्न इस प्रकार हैँ— ++ संबद्ध शब्दकोटि, xxविपरीत शब्दकोटि.

अरविंद लैक्सिकन के विशाल डाटा पर आधारित

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©अरविंद कुमार

 

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