जूलियस सीज़र. अंक 5. दृश्य 4. फ़िलीपी. रणक्षेत्र का एक अन्य भाग.

In Culture, Drama, History, Poetry, Translation by Arvind KumarLeave a Comment

जब, जहाँ, जीवित, अजीवित वे मिलेँगे,

वे अजित होँगे. मार्क ब्रूटस! वीर ब्रूटस!

रणक्षेत्र का एक अन्‍य भाग.

(तूर्यनाद. युद्धरत सैनिक आते हैँ. फिर ब्रूटस, कैटो, लूसीलियस क्षथा अन्‍य.)

ब्रूटस

देश प्रेमियो, रोमनो, वीरो, उठो, फिर

सिर उठाओ, ध्‍वज उठाओ. बढ़ो. जीतो.

(जाता है.)

कैटो

उठो. माँ के लाल हो तुम. चलो

मेरे साथ. संग्राम मेँ घोषित करूँगा

मैँ आज अपना नाम. कैटो हूँ मैँ.

पुत्र हूँ मैँ मार्क कैटो का. शत्रु का

मैँ काल हूँ. पुत्र हूँ मैँ मार्क कैटो का.

लूसीलियस

और मैँ हूँ ब्रूटस – मार्कस ब्रूटस.

मैँ ब्रूटस हूँ, देश का दीवाना. मैँ

हूँ आज़ादी का परवाना. दोस्‍तो,

आज मुझे समझो ब्रूटस…

कैटो! वीर बालक! गिर गए तुम? धन्‍य

हो तुम. वीर हो, महान. टिटीनियस

समान. वीर थे कैटो, तुम वीर की संतान.

पहला सैनिक

बोल, क़ैद या मौत?

लूसीलियस

मौत, बस, मौत. मार दे. ले

धन.

(धन देता है.)

मार दे तत्‍काल. ब्रूटस हूँ मैँ.

मार दे मुझ को, कमा ले यश.

पहला सैनिक

नहीँ, मारना नहीँ है. बड़ा शिकार है.

दूसरा सैनिक

मार्ग दो. मार्ग दो. सेनापति मार्क एंटनी

को बताओ, पकड़ा गया ब्रूटस.

पहला सैनिक

हाँ, मैँ दूँगा समाचार. लो आ गए सेनापति.

(एंटनी आता है).

ब्रूटस, पकड़ा गया! पकड़ा गया ब्रूटस!

एंटनी

कहाँ है?

लूसीलियस

एंटनी, वे सुरिक्षत हैँ, दूर हैँ तुम

से. जो उन्हेँ पकड़े, अभी जनमा

नहीँ कोई. देवता अपमान उन का

इस तरह होने नहीँ देँगे. जब,

जहाँ, जीवित, अजीवित – मिलेँगे

वे तुम्हेँ, वे अजित होँगे. मार्क

ब्रूटस! वीर ब्रूटस!

एंटनी

नहीँ है, ब्रूटस नहीँ है यह. पर नहीँ

है कम किसी से. मत मारना इस को.

रखो सम्‍मान से. मित्र होने योग्‍य

हैँ नरवीर सब ऐसे. चलो, आगे

बढ़ो. ढूंढ़ो, कहाँ हैँ मार्क ब्रूटस.

आक्‍टेवियस के शिविर मेँ आ कर

ख़बर दो…

(सब जाते हैँ.)

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