कैसियस, आहिस्ता बोल. जानता हूँ मैँ तुझे.
सेना के सामने कर मित्रतापूर्ण व्यवहार.
सार्डिस के निकट छावनी. ब्रूटस के शिविर के सामने.
(नगाड़ा. ब्रूटस, लूसीलियस, लूसियस और सैनिक आते हैँ. उन से टिटीनियस और पिंडारस मिलते हैँ.)
ब्रूटस
रुक जा!
लूसीलियस
आदेश आगे पहुँचा दो. रुक जा!
ब्रूटस
लूसीलियस, कहो कैसियस
निकट हैँ क्या?
लूसीलियस
जी, हाँ. उन्होँ ने भेजा है
अभिनंदन पिंडारस के हाथ.
ब्रूटस
ठीक है जो भेजा है अभिनंदन.
पिंडारस, दिए हैँ तुम्हारे स्वामी
ने मुझे असंतोष के अनेक कारण.
अवांछनीय था बहुत कुछ जो किया
जो स्वयं उन्होँ ने, उन के खोटे
कारिंदोँ ने. अब आ रहे हैँ
वे, विश्वास है, होगा समाधान.
पिंडारस
विश्वास है मुझे – आएँगे स्वामी,
पहले ही जैसे, ससम्मान, सप्रेम…
ब्रूटस
उन पर
विश्वास है मुझे. लूसीलियस, सुन,
बता, तेरा कैसा स्वागत सत्कार
किया था उन्होँ ने इस बार.
लूसीलियस
ठीक था!
पूरे शिष्टाचार के साथ. लेकिन
पहले जैसा खुलापन नहीँ था
इस बार.
ब्रूटस
यह संकेत है दोस्ती मेँ ढील
का. लूसीलियस, मित्रता जब होती
है कम, तो बढ़ जाता है शिष्टाचार.
सच्चे संबंध मेँ नहीँ होता
पाखंड. खोखले नर और गरम
घोड़े करते हैँ जोश का दिखावा.
परीक्षा की घड़ी मेँ दे जाते
हैँ धोखा… साथ मेँ सेना भी है?
लूसीलियस
जी. आज रात सेना पड़ाव डालेगी
सार्डिस मेँ. अश्वारोही दल, लेकिन,
यहाँ आ रहा है सेनापति
के साथ.
ब्रूटस
लो, कैसियस आ गए.
(पार्श्व मेँ कूच का संगीत.)
आगे बढ़ो. स्वागत करो उन का.
(कैसियस के साथ सैनिक आते हैँ.)
कैसियस
रुक जा!
ब्रूटस
रुक जा! आदेश आगे बढ़ा दो.
पहला सैनिक
रुक जा!
दूसरा सैनिक
रुक जा!
तीसरा सैनिक
रुक जा!
कैसियस
महामहिम भ्राता, अन्याय किया है आप ने.
ब्रूटस
साक्षी हैँ देवता. किया है मैँ ने
अन्याय शत्रु से? करूँगा अन्याय
तुझ से?
कैसियस
ऊपर से तो गंभीर हैँ आप,
भीतर से करते हैँ वार. करते हैँ, तो…
ब्रूटस
कैसियस, आहिस्ता बोल. जानता
हूँ मैँ तुझे. सेना के सामने कर
मित्रतापूर्ण व्यवहार. सेना
हट जाए तो कह जो कहना है.
सुनूँगा मैँ.
कैसियस
पिंडारस, नायकोँ
से कहो, सेनाओँ को हटा लेँ.
ब्रूटस
लूसीलियस, तू भी यही कर… और देख,
कोई भी न आने पाए भीतर.
लूसियस और टिटीनियस को लगा
दे द्वार पर…
(जाते हैँ.)
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