वातावरण के थपेड़े सहता, जलता टूटता, बचती बचाती उल्का धरती तक पहुँचने मेँ सफल हो जाए तो कहलाती है उल्का खंड —
उल्काश्म, टूटता तारा, तारकाणु, ताराश्म, मीटियराइट, वज्र.
कुछ उल्का खंडों मेँ लौह तत्त्व होते हैँ—इन मेँ आम तौर पर 5 से 20 प्रतिशत निकल nickel मिला होता है. कुछ केवल पाषाणीय होते हैँ. किसी किसी खंड मेँ लौह तत्त्व के साथ साथ पाषाणीयता भी होती है.
नीचे हैँ तीन उल्का खंडों के चित्र
इस उल्का खंड मेँ काँच दिखाई दे रहा है.
© अरविंद कुमार
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