प्रिय मित्रो
दो दिन बाद 17 जनवरी 2014 को मेरे पिचासीवेँ वर्ष मेँ प्रवेश के स्वागत मेँ आज से ही अरविंद लैक्सिकन के पट खोल दिए गए हैँ. अब न तो पंजीकरण की आवश्यकता है, न ही बार बार लागइन के लिए पासवर्ड डालने की.
आइए, पधारिए.
आप सब का स्वागत है – जब चाहेँ www.arvindkumar.me पर क्लिक करेँ और शब्दोँ के महासागर मेँ से अपनी पसंद के हिंदी इंग्लिश रत्न बटोर लेँ.
हमेशा की तरह
आप का अपना
अरविंद
15 जनवरी 2014
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